Thursday, December 30, 2010

HAPPY NEW YEAR

 ए खुदा ये साल सबको तू अता कर इस तरह 
 नूर चेहरे  पर  सलामत  ज़िन्दगी  पुरनूर  हो 
                                   
                            साहिल इटावी 
  

Monday, December 20, 2010

जज़्बात

किसी मज़लूम के मुँह  का निवाला छीन मत लेना,
जो निकली आह तो तेरा मुक़ददर भी बदल देगी
सबक इसका तुझे मिल जायेगा इक दिन यक़ीनन 
तड़पती ज़िन्दगी जब फिर तेरा चेहरा बदल देगी

Thursday, December 9, 2010

उम्मीद


जज़्बात बेख़ुदी की  तरफ क्या करूँ नज़र
अपनी ही ज़िन्दगी से हुआ जब  मैं  बेखबर 
बंदिश  कभी न थी, न अब भी है साहिल
लम्बा है क्या हुआ है करना है तय सफ़र